कहीं वास्तु दोष तो नहीं आपकी शादी में बाधक : ऐसे करें वास्तु उपाय। ... Jyotishacharya . Dr Umashankar mishr 9415 087711 9235722 996 भारतीय ज्योतिष की अधिकतर चीजों को विज्ञान अंधविश्वास करार देता है लेकिन ज्योतिष की एक अहम शाखा "वास्तु शास्त्र और ज्ञान" को विज्ञान ने भी प्रमाणित किया है। वास्तु शास्त्र भवन निर्माण का विज्ञान है। जब मनुष्य के रहने के स्थान पर किसी तत्व में कोई कमी आती है तो उसका जीवन कष्टकारी हो जाता है। वास्तु शास्त्र यह सुनिश्चित करता है कि भवन के आसपास का माहौल पंच-तत्वों और आठों दिशाओं के अनुकूल हो।हर भवन अथवा निर्माण के लिए वास्तु शास्त्र में अलग-अलग नियम बताए गए हैं। अगर इन् नियमों का पालन न हो तो घर में गरीबी ,दरिद्रता,शादी में बाधा जैसे अन्य कष्ट होने लगते हैं । आपकी शादी में अगर बाधा आ रही है तो निम्न पढ़ें वास्तु के उपाय ... आपकी शादी में अगर बाधा आ रही है तो ऐसे करें वास्तु के ये उपाय- अविवाहित युवक हो या युवती जिसका विवाह नहीं हो रहा है और अनेक बाधाएं आ रही हैं, उन्हें घर के नैऋत्य कोण अर्थात दक्षिण-पश्चिम दिशा वाले कोण में सोना चाहिए, इससे शीघ्र विवाह योग बनेंगे। यदि किसी परिवार में अलग से कमरा न हो तो वह नैऋत्य कोण वाली जगह में सोएं और लाभ पाएं। कुंवारे लड़के या लड़कियों के शयन कक्ष में हरे पौधे या फूलों का गुलदस्ता नहीं रखें। फेंगशुई में इसे लकड़ी तत्व माना है एवं लकड़ी तत्व येंग ऊर्जा को बढ़ाता है, अतः येंग ऊर्जा अधिक होगी तो विवाह में बाधा पैदा करेगी। शयन कक्ष में गहरे व लाल रंग के पुष्प कदापि न हों क्योंकि ये शुभ नहीं माने जाते। सफेद रंग के परदे या सोने के बिस्तर पर सफेद रंग की चादर शुभ रहेगी। टी.वी., टेलीफोन या कम्प्यूटर भी न शयन कक्ष में रखें, न ही किताबों को रखें क्योंकि इनके होने से सोने में बाधा रहेगी और नींद नहीं आएगी। अविवाहित युवक या युवती को कभी भी दरवाजे के सामने सिर या पांव नहीं रखना चाहिए। नैऋत्य कोण में क्रिस्टल ट्री रखें तो उत्तम रहेगा। नैऋत्य कोण वाले कमरे में प्रेमी युगल के चित्र लगाएं। मोर-मोरनी या लव बर्ड्स के चित्र भी लगा सकते हैं। शयन कक्ष में हल्के गुलाबी परदे लगा सकते हैं। इस प्रकार यदि अविवाहितों के लिए उपाय किए जाएं तो विवाह से बाधा दूर होगी एवं उत्तम रिश्ते आने की संभावनाएं अधिक बढ़ जाएगी।