बुरे दिन से बचने के 9 चमत्कारिक टोटके
*ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
ज्योतिषाचार्य आकांक्षा
श्रीवास्तव*
यदि आप पर ग्रह-नक्षत्रों की बुरी दशा चल रही है या आप संकटों से घिरे हैं। यह भी हो सकता है कि पिछले कई माह से आप समस्याओं से घिरे हुए हैं। एक के बाद एक संकट आते ही रहते हैं और धन संपत्ति आदि सभी संकट में है तो यहां बताए गए अचूक टोटके आजमाएं।
टोटके कहने से अक्सर लोग यह समझते हैं कि यह कोई तांत्रिक या जादू टोने वाली बात होगी लेकिन यह ज्योतिष संबंधी लाल किताब के सात्विक टोटके रहते हैं उन्हें आप उपाय कह सकते हैं। बहुत से लोग इसे आस्था और अंधविश्वास का मामला मानते हैं। लेकिन ये उपाय करने में किसी भी प्रकार कि कोई बुराई नहीं।
हनुमान चालीसा पढ़ना : सबसे पहले आप हनुमान चालीसा नियम से पढ़ना शुरू कर दें। प्रतिदिन संध्यावंदन के साथ हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए। संध्यावंदन घर में या मंदिर में सुबह-शाम की जाती है। पवित्र भावना और शांतिपूर्वक हनुमान चालीसा पढ़ने से हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती है, जो हमें हर तरह की जानी-अनजानी होनी-अनहोनी से बचाती है। हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद हनुमानजी की कपूर से आरती करें।
हनुमानजी को चढ़ाएं चोला : 5 बार हनुमानजी को चोला चढ़ाएं, तो तुरंत ही संकटों से मुक्ति मिल जाएगी। इसके अलावा प्रति मंगलवार या शनिवार को बढ़ के पत्ते पर आटे का दीया जलाकर उसे हनुमानजी के मंदिर में रख आएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार या शनिवार को करें।
नारियल का उतारा : पानीदार एक नारियल लें और उसे अपने ऊपर से 21 बार वारें। वारने के बाद उसे किसी देवस्थान पर जाकर अग्नि में जला दें। ऐसा परिवार के जिस सदस्य पर संकट हो उसके ऊपर से वारें।
उक्त उपाय किसी मंगलवार या शनिवार को करना चाहिए। 5 शनिवार ऐसा करने से जीवन में अचानक आए कष्ट से छुटकारा मिलेगा। यदि किसी सदस्य की सेहत खराब है तो ऊसके लिए यह ऊपाय उत्तम है।
गाय, कुत्ते, चींटी और पक्षियों को भोजन खिलाएं : वृक्ष, चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा, अशक्त मानव आदि प्राणियों के अन्न-जल की व्यवस्था करने से इनकी हर तरह से दुआ मिलती है। इसे वेदों के पंचयज्ञ में से एक 'वैश्वदेव यज्ञ कर्म' कहा गया है। यह सबसे बड़ा पुण्य माना गया है।
मछलियों को खिलाएं : कागजों पर छोटे अक्षरों में राम-राम लिखें। अधिक से अधिक संख्या में ये नाम लिखकर सबको अलग-अलग काट लें। अब आटे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर एक-एक कागज उनमें लपेट लें और नदी या तालाब पर जाकर मछलियों और कछुओं को ये गोलियां खिलाएं। कछुओं और मछलियों को नित्य आटे की गोलियां खिलाएं और चीटियों को भुने हुए आटे में बूरा मिलाकर बनाई पंजीरी खिलाएं।
* प्रतिदिन कौवे या पक्षियों को दाना डालने से पितृ तृप्त होते हैं।
* प्रतिदिन चींटियों को दाना डालने से कर्ज और संकट से मुक्ति मिलती है।
* प्रतिदिन कुत्ते को रोटी खिलाने से आकस्मिक संकट दूर रहते हैं।
* प्रतिदिन गाय को रोटी खिलाने से आर्थिक संकट दूर होता है।
जल अर्पण : एक तांबे के लोटे में जल लें और उसमें थोड़ा-सा लाल चंदन मिला दें। उस पात्र को अपने सिरहाने रखकर रात को सो जाएं। प्रात: उठकर सबसे पहले उस जल को तुलसी के पौधे में चढ़ा दें। ऐसा कुछ दिनों तक करें। धीरे-धीरे आपकी परेशानी दूर होती जाएगी।
छाया दान करें : शनिवार को एक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल और सिक्का (रुपया-पैसा) डालकर उसमें अपनी परछाई देखें और तेल मांगने वाले को दे दें या किसी शनि मंदिर में शनिवार के दिन कटोरी सहित तेल रखकर आ जाएं।
यह उपाय आप कम से कम पांच शनिवार करेंगे तो आपकी शनि की पीड़ा शांत हो जाएगी और शनिदेव की कृपा शुरू हो जाएगी।
जप से मिलेगी संकटों से मुक्ति : सभी तरह के बुरे काम छोड़कर प्रतिदिन राम के नाम, गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप शुरू कर दें। ध्यान रहे इसमें से किसी एक मंत्र का जाप ही करें। यह जप आप सुबह या शाम को मंदिर में जाकर अच्छे से बैठकर ही करें।
कम से कम 43 दिनों तक लगातार इसका जाप सुबह और शाम नियम से करें। इस जाप का असर जब शुरू होगा तो संकट भी धीरे धीरे दूर होने लगेगा। उक्त जाप के दौरान झूठ न बोलें, तामसिक भोजन न करें और किसी भी प्रकार का नशा न करें अन्यथा इसके बुरे परिणाम भी हो सकते हैं। राम का नाम तो आप दिनभर जप सकते हैं। कलियुग में राम के नाम से बड़ा कोई उपाय नहीं।
गुड़ और घी की धोग : हिंदू धर्म में धूप देने और दीप जलाने का बहुत ज्यादा महत्व है। सामान्य तौर पर धूप दो तरह से ही दी जाती है। पहला गुग्गुल-कर्पूर से और दूसरा गुड़-घी मिलाकर जलते कंडे पर उसे रखा जाता है। यहां गुड़-घी व चावल से दी गई धूप का खास महत्व है।
गुड़ और घी की धूप प्रति ग्यारस, तेरस, चौदस, अमावस्य और पूर्णिमा के अलावा ग्रहण पर दें। यह गुड़ और घी की धूप देवताओं के निमित्त दें। किसी पूर्वज या अन्य के निमित्त न दें।
श्मशान में सिक्के डाल आएं: यदि किसी की अर्थी में जाना हो जो लौटते वक्त श्मशान में कुछ सिक्के फेंकते हुए आ जाएं। पीछे पलटकर न देखें। इस उपाय से अचानक आई बाधा तुरंत ही समाप्त हो जाएगी और देवीय सहयोग मिलने लगेगा।
घर में रखें मछलीघर : इसके लिए आप अपने घर में एक अलंकारिक फव्वारा रखें या एक मछलीघर जिसमें 8 सुनहरी व एक काली मछली हो रखें। इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें। यदि कोई मछ्ली मर जाय तो उसको निकाल कर नई मछली लाकर उसमें डाल दें।
*ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
ज्योतिषाचार्य आकांक्षा
श्रीवास्तव*
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